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हाथ में पर्वत कौन कौन से पर्वत होते हैं और कहा होते हैं
जब भी हस्तरेखा शास्त्र की बात की जाती हैं तो उसमे हथेली के पर्वतो की के आधार पर फल कथन और भविष्यवाणी की जाती हैं जो इंसान हस्तरेखा के बारे जानकारी नहीं रखता उसके लिए पर्वतो के बारे में जानना मुश्किल ही जाता हैं वह इस विद्या को सीखना चाहता हैं परन्तु जानकारी ना होने पर उसके लिए मुश्किल हो जाता हैं
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार हाथ में कुल 10 पर्वत होते हैं पाश्चात्य मत के अनुसार कुछ ज्योतिषी हथेली में 12 पर्वत भी मानते अंग्रेजी में इन पर्वतो को माउंट्स (mounts )कहते हैं
हाथ में ये पर्वत कहा होते हैं ओर उनका हमारे जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता हैं आज इसी विषय पर चर्चा की जाएगी फलकथन पर्वतो के रंग,उनके विकास, उनके ऊपर बने चिन्हो ओर रेखाओं के आधार पर किया जाता हैं
नीचे दिए चित्र को देखे ओर उसकी सहायता से हथेली में परवतो के स्थान को समझने की कोशिश करें
गुरु पर्वत
तर्जनी ऊँगली को अंग्रेज़ी में इंडेक्स फिंगर (index finger ) कहते हैं तर्जनी ऊँगली के ठीक नीचे गुरु पर्वत का स्थान होता हैं
इस पर्वत का संबंध गुरु ग्रह से होता हैं इस पर्वत का अध्यन करके किसी के विवाहिक जीवन के बारे में जाना जा सकता हैं समाज में व्यक्ति का मान सम्मान भी इसी पर्वत से पता चलता हैं
व्यक्ति को सरकार से लाभ होगा या नहीं उसमे नेतृत्व क्षमता है या नहीं ये सब भी पता लगया जा सकता हैं इसके लिए गुरु पर्वत की बनावट कैसी हैं ओर उस पर कैसे चिन्ह हैं ये सब देखना पड़ता हैं
शनि पर्वत
मध्यमा ऊँगली के नीचे हथेली में शनि पर्वत होता हैं मध्यमा ऊँगली को अंग्रेजी में मिड्डल फिंगर (middle finger )कहा जाता है
इस पर्वत का संबंध शनि ग्रह से होता हैं शनि पर्वत का अध्यन करके व्यक्ति का उसके जीवन साथी से कैसा संबंध हैं इस बात का पता लगाया जाता हैं उसके बुढ़ापे के बारे में भी जाना जा सकता हैं
वह कंजूस होगा या उदार ये सब भी पता चलता हैं वह आध्यात्मिक होगा या नहीं इस बात का पता भी लगया जा सकता हैं
सूर्य पर्वत
अनामिका ऊँगली के नीचे हथेली में सूर्य पर्वत होता हैं अनामिका ऊँगली को अंग्रेजी में रिंग फिंगर (ring finger )भी कहा जाता हैं
इस पर्वत का संबंध सूर्य ग्रह से होता हैं इस पर्वत से व्यक्ति के पिता ओर उनसे जातक के संबंधो के बारे जाना जा सकता हैं
जातक कितना क्रिएटिव ओर सहायता करने वाला हो सकता हैं ये भी पता चलरा हैं
वह प्रसिद्ध होगा या नहीं ये भी इसी पर्वत से देखा जाता हैं इस पर्वत से भी जातक की नेतृत्व क्षमता ओर सरकारी नौकरी की संभावनाओं का पता चलता हैं वह राजनीती में सफल होगा या नहीं ये भी देखा जाया हैं
बुध पर्वत
बुध पर्वत कनिष्टका ऊँगली के ठीक नीचे हथेली में स्थित होता हैं कनिष्टका ऊँगली को अंग्रेजी में लिटिल फिंगर (little finger )भी कहते हैं
बुध पर्वत का संबंध बुध ग्रह से होता हैं ये पर्वत व्यक्ति की बौद्धिक क्षमताओं के विषय में जानकारी प्रदान करता हैं इसकी सहायता से व्यक्ति में व्यापारिक ओर आर्थिक समझ कैसी हैं इस बात का पता चलता हैं
बुध पर्वत पर ही विवाह रेखा भी होती हैं ओर संतान रेखा भी अतः व्यक्ति का विवाह कब होगा ओर कैसा चलेगा उसकी कितनी संतान होगी वह flirty होगा या नहीं इस बात का भी पता चलता हैं
Video की सहायता से भी पर्वतो के स्थान के बारे में समझ सकते हैं 👆
शुक्र पर्वत
अंगूठे के मूल में जो भाग होता हैं वह शुक्र पर्वत होता हैं जैसा कि चित्र में दिखाया गया हैं शुक्र पर्वत का संबंध शुक्र ग्रह से होता हैं
शुक्र पर्वत से व्यक्ति के भौतिक जीवन के बारे में जाना जाता हैं
व्यक्ति का चरित्र भी इस पर्वत से पता चलता हैं दूसरो को आकर्षित करने कि कितनी क्षमता हैं इस बात का भी पता लगाया जा सकता हैं
व्यक्ति का विवाहिक जीवन कैसा चलेगा ओर ससुराल से संबंधो को भी यह पर्वत बताता हैं व्यक्ति शाही ठाठ बाठ से रहेगा या साधारण जीवन जियेगा ये सब भी इसी पर्वत से पता वहलता हैं कला जगत में सफल होगा या नहीं ये भी पता चलता हैं
मंगल पर्वत
हथेली में मंगल पर्वत दो जगह होता हैं आंतरिक मंगल ओर बाहरी मंगल आप चित्र कि सहायता से हथेली में इनकी स्थिति
जांच सकते हैं अंग्रेजी में इसे पॉजिटिव मार्स (positive mars ) ओर नेगेटिव मार्स ( negative mars ) के नाम से जाना जाता हैं
आंतरिक मंगल
आंतरिक मंगल शुक्र पर्वत ओर गुरु पर्वत के बीच में स्थित होता हैं यह पर्वत अंगूठे के पास होता हैं इस पर्वत से व्यक्ति के शारीरिक क्षमता का पता चलता हैं कि इंसान शारीरिक रूप से कितना सबल होगा इस पर्वत से व्यक्ति के अंदर कितना गुस्सा,लालच ओर हिंसा हो सकती हैं ये भी पता चलता हैं
बाहरी मंगल
बाहरी मंगल बुध पर्वत के नीचे ओर हृदय रेखा के पास होता हैं आप चित्र कि सहायता से समझ सकते हैं इस पर्वत से व्यक्ति कि मानसिक सबलता का पता चलता हैं कि इंसान मानसिक रूप से कितना शक्तिशाली होगा
वह साहसी होगा अथवा नहीं वह विपरीत परिस्थितियों का सामना अच्छे से कर सकता हैं या नहीं इस बात का भी पता चलता हैं
चंद्र पर्वत
हथेली में शुक्र पर्वत के बिल्कुल अपोजिट बहार कि ओर चंद्र पर्वत होता हैं आप समझने के लिए ऊपर दिए चित्र कि सहायता ले सकते हैं
इस पर्वत से व्यक्ति कि कल्पना शक्ति के विषय में जाना जा सकता हैं वह कितना इमोशनल होगा ये भी जाना जा सकता हैं
विवाह में समर्पित होगा के नहीं ये भी देखा जाता हैं
इस पर्वत से देश विदेश कि यात्राओं ओर विदेशो से लाभ के बारे में भी जाना जाता हैं व्यक्ति का उसकी माँ से कैसा संबंध हैं ये भी पता चलता हैं
राहु पर्वत
आंतरिक मंगल ओर बहरी नांगल के बीच बिल्कुल हथेली के मध्य भाग में राहु पर्वत होता हैं कही कहीं इस भाग को मंगल का मैदान (plain of mars ) के नाम से भी जाना जाता हैं
यह पर्वत राहु ग्रह से संबंध रखता हैं ओर व्याक्ति के जीवन में संघर्ष होगा या नहीं इस बात की जानकारी देता हैं उसके जीवन में अचनाक से कौन सि घटनाये होगी वह घटनाये शुभ होगी या अशुभ वह धनी व्यक्ति होगा या नहीं ये सब जानकारी इसी पर्वत से होती हैं
क्या वह समाज विरोधी कार्य कर सकता हैं जुए, सट्टे, लाटरी ओर शेयर मार्किट से लाभ मिलेगा या हानि ये भी पता चलता हैं
केतु पर्वत
केतु पर्वत चंद्र ओर शुक्र पर्वत के बीच में ओर मणिबंध रेखाओं के पास होता हैं अक्सर भाग्य रेखा इसी पर्वत से शुरू होती हैं
कभी कभी भाग्यरेखा चंद्र पर्वत से भी निकलती हैं
इस पर्वत से व्यक्ति कितना आध्यात्मिक होगा इस बात का पता चलता हैं वह छोटी यात्राएं उसके लिए लाभकारी होंगी या कष्टकारी ये भी जाना जा सकता हैं इस पर्वत से मोक्ष के बारे में भी जाना जा सकता हैं
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