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पारद शिवलिंग
आज हम पारद शिवलिंग के बारे में बात करेंगे| सनातन धर्म में पारद शिवलिंग को बहुत ही पवित्र माना जाता है और यह पवित्र यह पवित्र है भी धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इससे भगवान शिव के अंश ( वीर्य )से उत्पन्न माना जाता है
पारद शिवलिंग किस धातु से बनी है
यह एक बहुत तरल धातु से बनी होती है जिसे हम सब पारे के नाम से जानते हैं पारद शिवलिंग का निर्माण करना अत्यंत ही कठिन काम है पारे को कई क्रियाओं से गुजरना पड़ता है तब जाकर ये कहीं ठोस रूप धारण करता है
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पारद शिवलिंग के बारे में मान्यता
शास्त्रों में यह मान्यता है कि जो भी इंसान पारद शिवलिंग का दर्शन मात्र भी कर लेता है वह भवसागर से पार हो जाता है
पारद शिवलिंग का दर्शन पूजन धन-संपत्ति और रिद्धि सिद्धि प्रदान करने वाला है इससे हमें भगवान भोलेनाथ की कृपा प्राप्त होती है
- पारद शिवलिंग का पूजन करने से जहां हमें एक तरफ भौतिक सुख संसाधनों की प्राप्ति होती है वहीं दूसरी तरफ मोक्ष दिलाने में भी सहायक है
- पारद शिवलिंग का पूजन करने से कुंवारी लड़कियों को मनचाहा जीवनसाथी मिलता है
- विवाहित स्त्रियों को सुख सौभाग्य के साथ-साथ पुत्र की प्राप्ति भी होती है
- प्रतिदिन इस का दर्शन पूजन करने से रोग दोष दरिद्रता भूत प्रेत बाधा पित्र दोष वास्तु दोष तंत्र मंत्र आदि अनिष्ट आपदाएं अपने आप ही दूर होने लगती है
पारद शिवलिंग को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाया जा सकता है ?
जी हां . पारद शिवलिंग को एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है पारस शिवलिंग की स्थापना किस स्थान पर भी की जा सकती है जैसे कि घर ऑफिस दुकान फैक्ट्री
शिवलिंग के पूजन से जो फल प्राप्त होता है वह पारद शिवलिंग के दर्शन मात्र से प्राप्त हो जाता है
पारद शिवलिंग की उपासना और स्थापना विधि
पारस शिवलिंग को किसी भी शुक्ल पक्ष के सोमवार शिवरात्रि जैसे शुभ अवसरों पर स्थापित करना चाहिए पारस शिवलिंग की उपासना करना बहुत ही सरल और सहज है
यह हमारे देश के बहुत ही सौभाग्यशाली घरों में पाया जाता है इसकी स्थापना किसी पवित्र स्थान या पूजा घर में करनी चाहिए
शिवलिंग को स्थापित करने के बाद उस पर जल दूध बेलपत्र अक्षत वगैरह जो भी शिव को प्रिय वस्तुएं है इस शिवलिंग पर चढ़ाने चाहिए कम से कम 108 बार महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए
महामृत्युंजय मंत्र इस प्रकार है
ओम त्रयंबकम यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम
उर्वारुकमिव बांधनात मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ||
अगर आपको मृत्युंजय मंत्र नहीं पढ़ना आता आप ओम नमः शिवाय का जाप भी कर सकते हैं
पारद शिवलिंग एक बहुत ही सिद्ध शिवलिंग है आप भी इस शिवलिंग को अपने घर में स्थापित करें और इसका पूजन नित्य प्रतिदिन करें अपनी जिंदगी की बाधाएं दूर होते हुए आप खुद ही देखेंगे
पारद शिवलिंग की पहचान करें कैसे
अगर आप यह जानना चाहते हैं कि जो भी आपको शिवलिंग दिखाया जा रहा है वह असली पारे का है या नहीं तो आपको बस यह करना होगा
आप सोने की कोई भी वस्तु ले यहां आभूषण ले उसे थोड़ी देर के लिए पारद शिवलिंग के पास छोड़े अगर वह शिवलिंग असली पारे से बना होगा तो सो सोने के आभूषण का रंग बदल जाएगा और वह सफेद सा पड़ने लगेगा क्योंकि पारे की अपनी पावर होती है और भी बहुत गर्म भी होता है
पारद शिवलिंग के अभिषेक से संबंधित जानकारियां
- पारद शिवलिंग पर चढ़ाया हुआ जल दूध वगैरह कुछ भी ग्रहण नहीं करना चाहिए
- तांबे के बर्तन में रखा हुआ दूध दही वगैरह शिवलिंग पर नहीं चढ़ाना चाहिए और ना ही तांबे के बर्तन में दूध या दूध से बनी चीजें ग्रहण करनी चाहिए क्योंकि दूध तांबे के साथ क्रिया करके विष के समान असर करता है
- शिवलिंग को हमेशा बेलपत्र या भांग के पत्तों से ढक कर रखना चाहिए
- शिवलिंग की नियमित साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिए
- शिवलिंग पर कभी भी शंख से जल नहीं चढ़ाना चाहिए
- अभिषेक के लिए आप गोमुखी का इस्तेमाल कर सकते हैं
- शिवलिंग पर कभी तुलसीदल नहीं चढ़ाने चाहिए
- शिवलिंग पर केतकी का फूल चढ़ाना भी वर्जित है
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